ज्योतिष में शनि देव को सभी ग्रहों में न्यायाधीश का पद मिला हुआ है। शनि अच्छे कर्म करने वालों के अच्छा फल और बुरे काम करने वालों को दंड देते हैं। शनिदेव सूर्य देव और माता छाया के पुत्र हैं। शनिवार का दिन शनिदेव का होता है। इस दिन भगवान शनि को तेल का दान किया जाता है। आइए जानते हैं शनिदेव से जुड़े कुछ रोचक तथ्य और सभी के लिए साल 2020 में शनि की साढ़ेसाती का असर..
शनि
- शनि कर्म प्रधान देवता है।
- शनि के पिता सूर्य और माता छाया है। इसके अलावा शनि भाई यमराज और बहन यमुना है।
- शनि परिश्रमी व्यक्ति को अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
- ज्योतिष में शनि को मकर और कुंभ राशि का स्वामी माना गया है।
- शनि इस समय धनु राशि में हैं। 24 जनवरी 2020 को शनि धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
- इस समय वृश्चिक, धनु और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती है। वृष और कन्या राशि पर ढय्या है।
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए हर शनिवार को शनि मंदिर में जाकर शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा पीपल के पेड़ की पूजा करना भी शुभ होता है।
- शनिवार के दिन तेल और पीपल की पूजा करने के साथ शमी के पेड़ भी पूजा करने शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
-जिन लोगों के ऊपर शनि की दशा और महादशा चल रही हो उन्हें हर मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।